Wednesday, July 19, 2017






धिकतर लोग इस बात से भलीभांति परिचित है की योगा हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना महवपूर्ण है। बहुत कम ही लोग होंगे जो इस बात से अनजान होंगे| हमारी बिजी लाइफ में योग के लिए निकाला गया थोड़ा समय हमें भरपूर लाभ देता है|
योगा हमारे पूर्वजो की देन है। योगा हमारे मानसिक और शारीरिक पहलुओं पर काम करता है। यह अनगिनत रोगो को दूर करने में सहायक है। साथ ही यह शरीर को भी स्वस्थ रखता है। योगा में उम्र को लेकर कोई प्रतिबन्ध नहीं है, बच्चो से लेकर बूढ़े तक हर कोई इसे कर सकता है|
योग में हर रोग के लिए कई आसन है। योग कई प्रकार से किये जा सकते है जिनके अपने अपने लाभ होते है। आज हम आपको Anjaneyasana के बारे में बता रहे है| अंजनेयासन में शरीर अर्द्धचंद्राकार दिखता है जो पूरे शरीर को एक साथ लाभ देता है।
इस आसन का लाभ पाने के लिए आपको संतुलन और संयम के साथ ये इसे करना चाहिए। इस आसन को अंग्रेजी में क्रिसेंट पोज़  भी कहते है। आइये विस्तार से जानते है इसके बारे में|
Anjaneyasana: जाने इसे करने की विधि, लाभ और सावधानी
Anjaneyasana

अंजनेयासन कैसे करे?

·         अंजनेयासन करने के लिए सबसे पहले आप घुटने मोड़कर बैठ जाये।
·         उसके बाद बाया पैर पीछे की और ले जाये|
·         अपने हाथो को ऊपर उठाकर जोड़ ले|
·         अब धीरे धीरे जितना हो सके पीछे की और धीरे धीरे झुके।
·         उसके पश्चात 2 से 3 मिनट तक इसी मुद्रा में बने रहे।
·         फिर पहली वाली स्तिथि में वापिस जाये|

इसे शुरू करने से पहले रखे इन बातों का रखे ध्यान

·         इसे हमेशा खाली पेट करना चाहिए।
·         अंजनेयासन या फिर किसी भी आसन के लिए सुबह का समय अच्छा माना जाता है|
·         यदि आप इसे शाम के वक्त करते है और यदि आपने कुछ खाया है तो 4 घंटे का अंतराल जरूर होना चाहिए|

अंजनेयासन के लाभ

1.    इसे करने से मसल्स मजबूत होते है।
2.    यह आसन साँस लेने में सहायक होता है।
3.    इससे शरीर का संतुलन सुधरता है|
4.    इससे साइटिका की प्रॉब्लम दूर हो जाती है।
5.    यह शरीर में हो रहे दर्द को ठीक कर देता है|
6.    दिमाग को शांत करने में भी यह सहायक है|
7.    शरीर की गर्मी कम करने के लिए यह आसन बहुत लाभदायक है।
8.    इससे थाइज, हिप्स और चेस्ट को ओपन करने वाला आसन है|
9.    यह आपके फोकस करने की क्षमता को बढ़ाता है जिससे आपकी एकाग्रता बढ़ती है
10.  अगर आप इस आसन को प्रतिदिन करते है तो इससे आपकी बॉडी टोन होती है और शरीर एनर्जेटिक होता है|
11.  यह आपके ग्लट्स मसल्स और क्वाड्रिसेप्स को मजबूत करता है|
12.  यह आसन सायकल चालक और धावकों के लिए बहुत उपयोगी होता है विशेष कर जो लोग बैठने वाला जॉब करते है|

इस आसन से पहले करने वाले आसन 

·         अधोमुख शवासन
·         उत्कटासन
·         सुप्त-वज्रासन
·         वीरासन
·         प्रसारित पादोत्तनासन

इस आसन के बाद करने वाले आसन

·         वीरभद्रासन I (वारियर पोज़ I)
·         वीरभद्रासन III (वारियर पोज़ III)

सावधानी

1.    अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर है तो इसे ना करे|
2.    घुटने के दर्द वाले भी इस आसन को करे।
3.    यदि आपको शोल्डर की प्रॉब्लम है तो अपने बांहो को सर के ऊपर तक उठाये। इसके लिए आप अपनी थाई पर हांथो को रख सकते है।

शुरुवाती के लिए टिप

आप अगर पहली बार इस आसन को कर रहे है तो आपको बैलेंस बनाने में थोड़ी दिक्कत होगी| इसलिए बैलेंस बनाने के लिए आप दिवार की तरफ भी देख सकते है| ध्यान रहे जब आप अपना पैर आगे बढ़ाते है तो आपकी पैर की उंगलिया दिवार से टच होनी चाहिए। इसकी शुरुआत धीरे धीरे करे। अपनी बॉडी को एक लिमिट तक ही स्टेच करे।
ऊपर आपने जाना  Anjaneyasana कैसे करना है और इसे करने से आपको कितने सारे लाभ हो सकते है। तो देर किस बात की है जल्द ही इस आसान   को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लीजिये|



भारद्वाजासनतनाव दूर करे और मेटाबोलिज्म बढ़ाने में मदद कर

MAY 27, 2017
योग से आप फिजिकली और मेंटली फिट रहते है। यह एक प्राचीन भारतीय जीवन-पद्धति है| आप जानते ही होंगे की योगा आपके शरीर को कई तरह की बिमारियों से दूर रखता है|
योगा से आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत बनती है। जिससे आपका शरीर हमेशा स्वस्थ रहता है| इसलिए योगा रोज़मर्रा की तनाव भरी लाइफ के लिए बहुत ही जरुरी हो गया है। यदि आप भी योग करेंगे तो यह आपको हमेशा शक्तिशाली एवं लचीला बनाए रखेगा|
योग के आसन कई प्रकार के होते है। जो हमारे शरीर को अलग अलग तरह से फायदा पहुंचते है।ये हमें वजन घटाने से लेकर सुन्दर चमकती त्वचा, शांतिपूर्ण मन, अच्छा स्वास्थ्य सभी चीजों में मदद करते है।
आप अपनी जरुरत के अनुसार आसन कर सकते है| योगकला में हमने आपको कई आसनो की जानकारी दी है| आज हम आपको Bharadvajasana के बारे में बता रहे है|

Bharadvajasana: जानिए इसकी विधि, लाभ और सावधानियां

Bharadvajasana
भारद्वाजासन: इस आसन को Bharadvaja’s Twist भी कहते है। यह आसन आपके शरीर के ऊपरी भाग के साथ साथ कूल्हों के लिए भी काफी सहायक होता है। इस आसन का लाभ युवा से लेकर वृद्ध कोई भी ले सकता है।

आसन शुरू करने से पहले क्या करे?

योगा करने का सबसे अच्छा समय सुबह का समय माना जाता है। अगर आपको सुबह समय नहीं मिल पा  रहा है तो आप शाम के समय भी इसका अभ्यास कर सकते है।
ध्यान रहे जब आप ये आसन शुरू करे उससे पहले आपका पेट और आंत खाली होना चाहिए। तात्पर्य यह है की खाना खा कर आसन करे| यदि आपको भोजन करना हो तो आसन शुरू करने केसेघंटे पहले खाना खा लेनाचाहिए। ताकि आपका खाना पच जाये|
आप यह भी पढ़ सकते है:- एरियल योग क्या है और इसे करने के क्या फायदे है?

आसन को कैसे करे?

इसके लिए एक दरी या आसन बिछा ले। आसन पर बैठने के बाद पैर सामने सीधे और हांथों को बाजू में रखें। फिर घुटनों को मोड़ते हुए बाये तरफ ले जाये। ध्यान रखिये की आपका पूरा वजन दायें कूल्हों पर रहे।
अब अपने दायें पैर की एड़ी को बाएं पैर की जंघा पर रखे। फिर गहरी  सांस लेते हुए रीड की हड्डी को सीधा करें। फिर धीरे धीरे साँस छोड़ते हुए शरीर के ऊपरी भाग को दाए तरफ मोड़े|
उलटे हाथ को बाएं घुटने पर रखे। सांस के साथ रीड की हड्डी को सीधा करते जाएँ और शरीर को मोड़ते जाएँ। अपना सर बाये तरफ मोड़ कर अपने बाएं कंधे के ऊपर से देखें। अब थोड़ी देर तक इसी पोजीशन में रहे। अब धीरे धीरे सांस छोडते ही नार्मल पोजीशन में आये। यही प्रक्रिया आपको दूसरे साइड से भी करनी है|

Preparatory Poses: इस आसन के पहले किये जाने वाले आसन

·         बद्धाकोनासन
·         त्रिकोणासन
·         विरासना

Bharadvajasana Benefits: भारद्वाजासन के लाभ

·         यह पाचन तंत्र को अच्छा करता है|
·         इसका अभ्यास मन को एकाग्र और स्थिर बनाता है|
·         इस आसन से रीड की हड्डी और कूल्हों में स्ट्रेचिंग होती है|
·         यह आपके दिमाग और शरीर का संतुलन बनाये रखता है।
·         इस आसन से आपके मस्तिष्क पर अच्छा प्रभाव पढता है|
·         इसे करने से आप फ्रेश फील करते है और एनर्जेटिक बनते है|
·         यह कमर दर्द, गर्दन दर्द और साइटिका जैसी बिमारियों को दूर करता है|
·         इस आसान के अभ्यास से पेट के अंगो की अच्छी कसरत होती है|
·         इससे कार्पल टनल सिंड्रोम को कम करने में मदद मिलती है।
ऊपर आपने Bharadvajasana को करने के तरीके तो जान लिए| लेकिन एक बार इस आसन से जुडी सावधानी भी देख ले|
1.    जिन लोगो को रीड की हड्डी में या कमर की गंभीर समस्या है ये वे इस आसन को करे|
2.    जिन्हे रक्तचाप, दस्त, नींद आना और सर दर्द जैसी बीमारियां है वो भी इस आसन को करे|
3.    माहवारी के दौरान भी इस आसन का अभ्यास वर्जित है|


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